लेख श्रीकृष्ण की धर्म नीति August 31, 2021 / August 31, 2021 by डाॅ. कृष्णगोपाल मिश्र | Leave a Comment ‘‘नरोचित किन्तु क्या यह कर्म होगा ?नहीं इससे मलिन क्या धर्म होगा ?’’अर्जुन की इस जिज्ञासा पर कृष्ण का उत्तर विस्मयजनक है; अद्भुत है-‘‘हंसे केशव, वृथा हठ ठानता है,अभी तू धर्म को क्या जानता है ?कहूँ जो पाल उसको धर्म है यह।हनन कर शत्रु का सदधर्म है यह।।क्रिया को छोड़, चिंतन में फंसेगा,उलटकर काल तुझको […] Read more » श्रीकृष्ण की धर्म नीति