धर्म-अध्यात्म स्व आंकलन से ही संभव है बौद्धिक स्वास्थ्य August 29, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ.शिवानी शर्मा कहते हैं कि मन जीते जग जीत। प्रायः सभी दर्शन, सभी धर्म, नीति-वाक्य ‘स्व’ में परिवर्तन की ओर ही संकेत करते है। शायद मनुष्य की अपने में श्रेष्ठता का अनुभव करने की भारतीय परम्परा स्व उत्थान की अपेक्षा भी रखती और इसे अपना चरम ध्येय भी मानती है। यूँ भी कहा जा सकता […] Read more » बौद्धिक स्वास्थ्य संभव है बौद्धिक स्वास्थ्य स्व आंकलन