विविधा सत्ता मनमानी करे, दुखी प्रजाजन रोय! तो कुर्सी भी इंद्र की, डगमग-डगमग होय। June 11, 2014 by श्रीराम तिवारी | 3 Comments on सत्ता मनमानी करे, दुखी प्रजाजन रोय! तो कुर्सी भी इंद्र की, डगमग-डगमग होय। -श्रीराम तिवारी- इससे पहले कि ‘हम भारत के जन-गण’- इस चुनावी जीत के आकर्षक- वोटलुभावन नारों के ३५ पेजीय पुलन्दे को ठीक से पढ़ सकें जो कि भाजपा द्वारा सम्पादित, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रचित, महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी महोदय द्वारा संसद के ‘संयुक्त अधिवेशन में’ रखा गया। उनके द्वारा अंग्रेजी में पठित तथा महामहिम […] Read more » दुखी प्रजा सत्ता सत्ता कुर्सी सत्ता मनमानी