कविता
एक हरियाणा लोक गीत
/ by आर के रस्तोगी
सावन का महीना है भरतार,तू मुझे झूला झुलाने आईयो,तू मुझे झूला झुलााने आईयोमै करूंगी तेरा घना इंतजार।। हाथो की चूड़ी लाना,पैरों की बिछवे लाना,मांग का सिंदूर लाना,क्रीम पाउडर भी लाना।मै करूंगी सोलह सिंगार,सावन का महीना है भरतार।। कानों के कुंडल लाना,माथे का टीका लाना,नाक की नथ भी लानामाथे की बिंदिया लानाभूलना न गले का हार,सावन […]
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