समाज भारत में स्वयंभू बाबाओं की मनमानी September 1, 2017 / September 1, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी अपने लिए कोई भी सांसारिक इच्छा न रखने वाले तथा परोपकार में अपना जीवन बिताने वाले को ही संत कहते हैं। रविदास जी ऐसे ही संत थे, जिनके लिए उनका उनका कर्म और परोपकार ही पूजा था।अपना सांसारिक हित करने की इच्छा समाप्त होकर जब परहित की इच्छा प्रबल हो जाती है, तब […] Read more » जीवन पद्धति वैष्णव शैव स्वयंभू बाबा