विविधा स्वराज की कामना और क्षत्रिय धर्म April 29, 2014 by कन्हैया झा | 2 Comments on स्वराज की कामना और क्षत्रिय धर्म -कन्हैया झा- “सर्वे भवन्तु सुखिनः” लेखों की कड़ी के अंतर्गत धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष-वर्णाश्रम के इन चार पुरुषार्थों में से धर्म एवं अर्थ पर चर्चा की जा चुकी है. इससे पूर्व “राजा एवं प्रजा” लेख द्वारा राज धर्म की चर्चा की थी. इस लेख में ‘प्रजा धर्म” के अंतर्गत काम पुरुषार्थ की चर्चा करेंगे, […] Read more » क्षत्रिय धर्म स्वराज की कामना