कविता हरियाली तीज August 3, 2013 / August 3, 2013 by बीनू भटनागर | Leave a Comment मेहंदी मंडित तेरी हथेली हाथों में चूड़ी अलबेली, लाल हरी और नीली-पीली झूलन सावन चली सहेली। तेरी कुन्दन सी है काया रूप कहूँ या कह दूँ माया नेह सभी का तूने पाया सुख की है बस तुझपर छाया । मेघा […] Read more » हरियाली तीज