समाज हर समर्थ आदमी अपने से कमजोर का सहायक बने October 16, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – पुराने जमाने की बात है। एक राजा था। उसे अपने विशाल साम्राज्य और धन-संपत्ति पर बहुत अभिमान था। एक दिन एक साधु उसके पास आया। उसने राजा को देखकर ही भांप लिया कि वह धन और सत्ता के मद में चूर है, लेकिन अंदर से खोखला है। राजा ने साधु से पूछा, […] Read more » हर समर्थ आदमी अपने से कमजोर का सहायक बने