लेख हिंदी साहित्य में बाजारवाद: चुनौतियां और समाधान June 7, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on हिंदी साहित्य में बाजारवाद: चुनौतियां और समाधान -डॉ. भगवान गव्हाडे- हिंदी साहित्येतिहास के हर काल में बाजार का वर्णन किसी न किसी रूप में होता रहा है । कबीर, सूर, तुलसी, मीरा आदि अनेक संत कवियों के काव्य में भी बाजार की उपस्थिति दर्ज की गई है । बाजार हमारी आवश्यकताओं की परिपूर्ति करता था क्योंकि बाजार और मेलों के साथ आनंद […] Read more » हिंदी साहित्य हिन्दी हिन्दी चुनौती