कविता अगली पीढ़ी July 10, 2023 / July 10, 2023 by क्षितिज कवातरा | Leave a Comment कह दो अगली पीढ़ी सेएक वक्त ऐसा भी आया था जहां सोच कैसी हो फ़र्क नहींपरम धर्म बस माया था पैसे वाला भगवान हुआगरीब शैतान का जाया था हक की जो कोई बात करेउसे सूली पर चढ़ाया था जन्नत की यहां टिकट मिलेजहन्नम घर को बनाया था माँ के दूध से निकोटीनशराब सा रक्त पिता […] Read more » अगली पीढ़ी