व्यंग्य अनावरण एक(गांधी) मूर्ति का (एक व्यंग्य) October 4, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | Leave a Comment नेता जी ने अपनी गांधी-टोपी सीधी की।रह रह कर टेढी़ हो जाया करती है। विशेषत: जब वह सत्ता सुख से वंचित रहते हैं।धकियाये जाने के बाद टेढी़ ,मैली-कुचैली हो जाती है।समय-समय पर सीधी रखना एक बाध्यता हो जाती है,अन्यथा विरोधी दल ’टोपी-कोण" पर ही हंगामा शुरू कर सकते हैं Read more » Mahatma Gandhi अनावरण गांधी नेता लोकतन्त्र