राजनीति विधानसभा चुनाव राजनैतिक शून्य और विकल्पहीनता.. January 22, 2012 / January 23, 2012 by किशोर बड़थ्वाल | 2 Comments on राजनैतिक शून्य और विकल्पहीनता.. अंततः जैसा अपेक्षित था, आगामी माह में होने चुनावों के प्रपंच अपनी चरम सीमा पर पहुंचने लगे हैं, और इन सभी प्रपंचो का एक मात्र लक्ष्य सत्ता पर पहुंचना है. जो भारतीय समाज के लिये अनावश्यक और अवांछनीय है, क्योंकि सत्ता पर कोई भी पहुंचे उसका आचरण बदलने की संभावना असंभव लगती है. राजनीतिक दलों […] Read more » optionless politics अन्ना राजनीति इंडिया अगेन्स्ट करप्शन