कविता अफसर की तरह November 5, 2020 / November 5, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | 1 Comment on अफसर की तरह —–विनय कुमार विनायकविगत वर्ष से बेहतर कीउम्मीद लेकर आया था यह वर्षजो आगत को अक्षुण्ण उम्मीद काचार्ज देकर गत हो गयाउम्मीद बेहतरी कीजो विरासत में मिली थीडाक टिकटों/करेंसी रेवेन्यू की तरहहर बार गिनकरहस्तांतरित करता रहा वर्षभारमुक्त अधिकारी साबिना कमोबेश किएभारग्राही पदधारी कोउम्मीद जिसे बचाए रखना थाबचाए रखना होगाविदाई के पूर्व आगत को हूबहू सौंपनेकि खर्चने […] Read more » just like officer अफसर की तरह