मीडिया ‘अवांछित सामग्री’ से बचे मीडिया September 13, 2012 / September 13, 2012 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी हमारे देश में प्रेस अथवा मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ स्वीकार किया जाता है। ज़ाहिर है इतने बड़े अलंकरण के बाद मीडिया की जि़म्मेदारी उतनी ही बढ़ जाती है जितनी कि लोकतंत्र के शेष तीन स्तंभों की है। यानी न्यायपालिका,कार्यपालिका व संसदीय व्यवस्था के बराबर की जि़म्मेदारी। यहां इस प्रकार की तुलनात्मक […] Read more » अवांछित सामग्री' मीडिया