गजल अहसास ए दर्द वो करे गर चोट खायें हम…. February 10, 2013 / February 10, 2013 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इक़बाल हिंदुस्तानी नामो निशां भी जुल्म का जिसमें ना पायें हम, ऐसा निज़ाम देश में लाकर दिखायें हम। अब ऐसे आदमी को मसीहा बनाइये, अहसासे दर्द वो करे गर चोट खायें हम। ग़ल्ती करेंगे खायेंगे ठोकर बुरा नहीं, संभलें अगर तो कुछ ना कुछ सीख जायेें हम। जीना तो दूर रहना भी […] Read more » अहसास ए दर्द वो करे गर चोट खायें हम....