राजनीति जरा याद करो कुर्बानी……! August 15, 2022 / August 15, 2022 by प्रो. रसाल सिंह | Leave a Comment आज़ादी की अमृत महोत्सव बेला में -प्रो.रसाल सिंह जिसको न निज गौरव तथा निज देश का अभिमान हैI वह नर नहीं, नर-पशु निरा है और मृतक समान हैII कविवर माखनलाल चतुर्वेदी की ‘आत्माभिमान’ शीर्षक कविता की ये पंक्तियाँ स्वतंत्रता और राष्ट्रीयता की भावना की नींव हैंI ‘स्वतंत्रता’ एक शब्द नहीं तन-मन में बिजली […] Read more » Just remember the sacrifice......! आज़ादी की अमृत महोत्सव