कविता आज नया कुछ लिख ही दूँ January 9, 2017 by बीनू भटनागर | 3 Comments on आज नया कुछ लिख ही दूँ कुछ नया करने की चाह में, अपनी ही कविताओं के, अंग्रेज़ी में अनुवाद कर डाले, या उन्हे ही उलट पलट कर, दोहे कुछ बना डाले। जो कल नया था आज पुराना सा लगने लगा है अब….. तो सोचा….. आज कुछ नया ही लिख दूँ। रोज़ होते रहे बलात्कार, उनपर टीका टिप्पणी और विश्लेषण तो अब […] Read more » आज नया कुछ लिख ही दूँ