व्यंग्य ‘आत्मनिर्भरता’ का फ्लेवर और कलेवर ! May 17, 2020 / May 17, 2020 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल ‘आत्मनिर्भरता’ यानी स्वावलंबन जीवन में बेहद आवश्यक है। लेकिन आजकल बगैर अवलंबन के काम ही नहीँ चलता। पति- पत्नी पर, प्रेमी- प्रेमिका पर, बुजुर्ग – छड़ी पर , सरकार- गठजोड़ पर, विपक्ष- ट्विटर पर आत्मनिर्भर है। हमारे आसपास इस तरह के […] Read more » आत्मनिर्भरता आत्मनिर्भरता का फ्लेवर स्वावलंबन