विविधा तुष्टीकरण (आरक्षण) का अनदेखा दृष्टिकोण May 28, 2014 by डॉ. मधुसूदन | 5 Comments on तुष्टीकरण (आरक्षण) का अनदेखा दृष्टिकोण -डॉ. मधुसूदन- ****एक याचक, पू. पैगम्बर साहब से भीख मांगने गया था। ****आरक्षण से आरक्षित समाज की हानियां। ****आरक्षित परावलम्बी हो जाता है। ****तुष्टीकरण, पुष्टिकरण नहीं न संतुष्टिकरण है। (एक) एक शिक्षाप्रद आख्यायिका एक शिक्षाप्रद आख्यायिका, यहां की मस्जिद के इमाम “तलाल ऐद” ने सुनायी थी। आख्यायिका कुछ इस प्रकार है, जिसे संक्षेप में प्रस्तुत […] Read more » आरक्षण आरक्षण नज़रिया तुष्टीकरण