शब्दों के अध्ययन का प्रयोजन:
डॉ. मधुसूदन(एक)शब्दों के अध्ययन का प्रयोजन:’द्वे ब्रह्मणि वेदितव्ये शब्द ब्रह्मपरं च यत्॥शब्दब्रह्मणि निष्णातः परं ब्रह्माधिगच्छति॥संदर्भ…
डॉ. मधुसूदन(एक)शब्दों के अध्ययन का प्रयोजन:’द्वे ब्रह्मणि वेदितव्ये शब्द ब्रह्मपरं च यत्॥शब्दब्रह्मणि निष्णातः परं ब्रह्माधिगच्छति॥संदर्भ…
डॉ. मधुसूदन’ (एक)अनुरोध:विश्व हिन्दू परिषद (यु. एस. ए.) के नेतृत्व नें अगली पीढी के कार्यकर्ता…
डॉ. मधुसूदन (एक) आलेख सारांश:ॐ==> चंद्रयान शब्द कैसे बना ?ॐ===>संस्कृत शब्द के सरल पारदर्शक…
डॉ. मधुसूदन (एक) त्याग, विवेक और कर्मठता का त्रिवेणी संगम:त्याग विवेक और कर्मठता का त्रिवेणी संगम, वो…
डॉ. मधुसूदन नेति=न+ इति। अर्थात ऐसा नहीं, ऐसा नहीं। नेति नेति का लोक=लोक जो इंद्रियों…
डॉ. मधुसूदन ’जिस समाज में मनुष्य जन्म लेता है; अनजाने (और अन चाहे)ही वह, उस …
डॉ. मधुसूदन जब पूछनेवाले ऐसा प्रश्न पूछते हैं, तो उत्तर देने के पूर्व मैं उन्हें ही…
डॉ. मधुसूदन (१) घन घन घण्ट देवालय टकोरे,—अविरत गूँजे जा रहे हैं। मेरे भारत की…
डॉ. मधुसूदन (एक)संस्कृत शब्द की उडान: संस्कृत शब्दों में वैचारिक आकाश छूने की क्षमता है, इसी गुण…
डॉ. मधुसूदन (१) देववाणी शब्द सिंधु* में, डुबकी, मेरे बस की न थी ॥ लोटना…
भाग (१) डॉ. मधुसूदन (एक) प्रवेश : जिनके गौरव में हम अपना गौरव और सम्मान में…
डॉ. मधुसूदन सूचना:भारतीयों के लिए, मूल आलेख को अनुवादित और परिमार्जित कर, कुछ सुधारों के साथ…