कविता आशा है नव साल की, सुखद बने पहचान ।। January 4, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment खिली-खिली हो जिंदगी, महक उठे अरमान । आशा है नव साल की, सुखद बने पहचान ।। ●●● दर्द दुखों का अंत हो, विपदाएं हो दूर । कोई भी न हो कहीं, रोने को मजबूर ।। ●●● छेड़ रही है प्यार की, मीठी-मीठी तान । नए साल के पँख पर, खुशबू भरे उड़ान ।। ●●● बीत […] Read more » आशा है नव साल की सुखद बने पहचान ।।