कविता इंसानियत से प्यार मुझे November 3, 2021 / November 5, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमैंने जहां से इश्क किया है,इंसानियत से प्यार मुझे! धर्म व मजहब में आडम्बर,कभी नहीं स्वीकार मुझे! धर्म वहां तक जायज लगते,जहां लगे सब यार मुझे! मानव मानव में भेदभाव हो,वह धर्म लगे बेकार मुझे! धर्म मजहब की बुराइयों से,सदा से है तकरार मुझे! धर्म नहीं वो जो हथियार हो,नापसंद ये औजार मुझे! […] Read more » इंसानियत से प्यार मुझे