कविता एक गजल मोहब्बत पर August 16, 2018 / August 16, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment तुम सामने आ जाओ,मेरे सोये जज्बात जग जाये मेरी मोहब्बत के सफर में एक नया रंग आ जाये करता हूँ की इसलिए हर वक्त मैं तू जन्नत से उतर कर मेरे साथ संग आ जाये छोड़ दू मैखाना मैं जाना ता उमर जिन्दगी अगर तू मेरे नशे का एक अंग बन जाये पैदा करे मिसाल मोहब्बत […] Read more » इबादत इश्क इल्जाम एक गजल मोहब्बत पर मोहब्बत