धर्म-अध्यात्म ‘ईश्वर विद्वानों के निकट और अविद्वानों से दूर है : ईशावास्योपनिषद’ July 24, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य ईशावास्योपनिषद् के नाम से विख्यात यजुर्वेद के चालीसवें अध्याय के मन्त्र क्रमांक 4 से 7 का ऋषि दयानन्दकृत व्याख्यान महत्वपूर्ण होने के कारण इस लेख के माध्यम से यहां प्रस्तुत कर रहे हैं। ऋषि दीर्घतमाः। देवता ब्रह्म=स्पष्टम्। छन्द निचृत्त्रिष्टुप्। स्वर धैवतः।। कैसा मनुष्य ईश्वर का साक्षात् करता है, यह उपदेश किया है।। […] Read more » ईशावास्योपनिषद