कला-संस्कृति हुसैन की बिल्ली थैले से बाहर निकली March 9, 2010 / December 24, 2011 by अम्बा चरण वशिष्ठ | 6 Comments on हुसैन की बिल्ली थैले से बाहर निकली बिल्ली तो अब थैले से बाहर आ ही गई। यह कहावत विख्यात चित्रकार मुहम्मद फिदा हुसैन पर पूरी तरह चरितार्थ होती है। साथ ही उनकी पोल भी खुल गई है। भारत की नागरिकता त्याग कर खाडी देश कतर की नागरिकता ग्रहण कर अपने आप को सम्मानित महसूस कर उन्होंने भी सैकुलरवाद, उदारवाद तथा जनतन्त्र के […] Read more » MF Hussain एफ एम हुसैन मकबूल फिदा हुसैन
कला-संस्कृति लोकतंत्र में निर्जन एकांत नहीं होता मकबूल फिदा हुसैन March 4, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on लोकतंत्र में निर्जन एकांत नहीं होता मकबूल फिदा हुसैन एफ एम हुसैन साहब बहुत बड़े चित्रकार हैं,भारतीय चित्रकला परंपरा में उनका गौरवपूर्ण स्थान है। भारतीय कला के उन्होंने अनेक नए मानक बनाए और तोड़े है। उनकी कला में भारत की आत्मा निवास करती है। कलाकार के रंगों के साथ उसके देश का अभिन्न संबंध होता है। उनकी कला का धर्मनिरपेक्ष आयाम भारतीय कलाकारों, बुद्धिजीवियों […] Read more » MF Hussain एफ एम हुसैन फिदा हुसैन भारतीय चित्रकला