विविधा सिर्फ नरमुंडों की गिनती नहीं लोकजीवन का आईना भी May 20, 2010 / December 23, 2011 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment -संजय द्विवेदी देश में दुनिया की विशालतम जनगणना का कार्य प्रारंभ हो चुका है। सही अर्थों में जनगणना का आशय सिर्फ नरमुडों की गितनी की कवायद नहीं है वरन अपने समाज और लोकजीवन को, उसकी खुशहाली, बदहाली और विकास के मानकों का रेखांकन भी है। हर 10 साल पर की जाने वाली जनगणना के निष्कर्षों […] Read more » Census ओबीसी जनगणना जनगणना