कविता कबीर की भाषा का अनुवाद नहीं March 5, 2021 / March 5, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायककबीर की नहीं है कोई प्रतिलिपिकबीर की भाषा का अनुवाद नहींकबीर को पढ़ना है तो सीखनी होगीकबीर की अक्खड़ भाषा की प्रकृतिजाननी होगी उसकी नागरी लिपि वर्तनी! कबीर की भाषा साधुकड़ी डिक्टेटर जैसीस्त्रैण नहीं, दैन्य नहीं, पलायन नहीं‘अर्जुनस्य प्रतिज्ञैद्वै न दैनयं न पलायनम्’कबीर की भाषा सीधे-सीधे प्रहार करतीकबीर की भाषा तीर सा दिल […] Read more » कबीर की भाषा का अनुवाद नहीं