कविता
आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए।
/ by आर के रस्तोगी
आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए।दुनिया में आप,कभी बे असूल न बनिए।। अच्छा रास्ता,सभी को दिखाओ तुम।किसी के रास्ते का,तुम सूल न बनिए।। निमटा लो हर बात को ,तुम ख़ुद ही।किसी बात के लिए,तुम तूल न बनिए।। रक्खे याद तुम्हे,ये दुनिया अब सारी।किसी के लिए भी,तुम भूल न बनिए।। रोको किसी को मत,जो कही […]
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