साहित्य कराजल ने ली एक लाख शत्रुओं की बलि और जैसलमेर हुआ स्वतंत्र January 21, 2015 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment इस्लामी लेखकों की विश्वसनीयता? सल्तनत काल में मुस्लिम लेखकों को हर क्षण अपने प्राणों की चिंता रहती थी। सच कहने या लिखने पर उनकी आत्मा भी कांप उठती थी। क्योंकि वह अपने नायकों की क्रूरता से इतने भयभीत रहते थे कि पता नही कब किस बात पर उसका क्रोध उनके प्राण ले ले? वैसे भी […] Read more » कराजल ने ली एक लाख शत्रुओं की बलि