कविता कर्ण को भाग्य से भोग नहीं दुर्योग मिला November 8, 2022 / November 8, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकभाग्य से भोग नहीं मिलतायोग्य ही योग यत्न से भोग पातायोग्य संयोग से उपलब्धि नहीं पातायोग्य योग्यता से ही सफल होता योग्य कभी संदेह नहीं करतायोग्य सुयोग वियोग से परे होतायोग्य सर्वदा साबित करता योग्यतायोग्य योग क्षेम भी नहीं मानता योग्य बनने के लिए चाहिए योगीसहयोगी योगेश्वर सारथी कृष्ण जैसायोग्य बनने के लिए […] Read more » कर्ण को भाग्य से भोग नहीं दुर्योग मिला