लेख साहित्य कर्मफल January 1, 2018 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी भारतीय संस्कृति कर्मफल में विश्वास करती है । हमारे यहाँ कर्म की गति पर गहन विचार किया गया है और बताया गया है कि जो कुछ फल प्राप्त होता है, वह अपने कर्म के ही कारण होता हैः- मनुष्याः कर्मलक्षण( म.भा. अश्वमेघ पर्व 43- 21) अर्थात् मनुष्य का लक्षण कर्म ही है […] Read more » कर्मफल