व्यंग्य कल आ जाइये October 6, 2012 / October 6, 2012 by बीनू भटनागर | 5 Comments on कल आ जाइये एक सौ बीस करोड़ की जनसंख्या वाले इस देश मे अगर कमी है तो बस आदमी की। विचित्र विडम्बना है, कि जिस देश की जनसंख्या इतनी अधिक है, लाखों लोग बेरोज़गार इधर उधर भटक रहे है वहाँ हर जगह यही सुनने को मिलता है आदमी नहीं हैं.. आपका काम हो जायेगा..बस कल आ जाइये या […] Read more » कल आ जाइये