कविता साहित्य कविता ; सुमन अंत में सो जाए – श्यामल सुमन April 28, 2012 / April 28, 2012 by श्यामल सुमन | Leave a Comment श्यामल सुमन कैसा उनका प्यार देख ले आँगन में दीवार देख ले दे बेहतर तकरीर प्यार पर घर में फिर तकरार देख ले दीप जलाते आँगन में मगर अंधेरा है मन में है आसान उन्हीं का जीवन प्यार खोज ले सौतन में अब के बच्चे आगे हैं रीति-रिवाज से भागे हैं संस्कार ही […] Read more » poem Poems कविता कविता सुमन अंत में सो जाए