जरूर पढ़ें समाज कामवासना की अमूल्य ऊर्जा September 4, 2015 / September 4, 2015 by डॉ. राजेश कपूर | 49 Comments on कामवासना की अमूल्य ऊर्जा कामवासना की अमूल्य ऊर्जा-१ आधुनिक समाज, चिकित्सकों और वैज्ञानिकों में यह विचार गहरी जड़े जमा चुका है कि शुक्र रक्षा या ब्रह्मचर्य का पालन करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लियें हानिकारक है। वीर्य रक्षा तथा ब्रह्मचर्य अज्ञानता है, धार्मिक अंधविश्वास है और पिछड़ेपन की बात है। आधुनिकता से इस पिछड़े अंधकार युग के विचारों […] Read more » Featured कामवासना की अमूल्य ऊर्जा