बच्चों का पन्ना किंतु पिताजी June 29, 2013 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 4 Comments on किंतु पिताजी लालता प्रसाद जी ने कार रुकते ही गेट का दरवाजा खोला और अपना ब्रीफ केस लेकर बाहर निकल् आये| रोज के विपरीत आज उनके घर के ड्राइंग रूम का दरवाजा खुला था और बाहर तीन चार जोड़ी फटे पुराने चप्पल जूते पड़े थे|उन्हें कुछ समझ में नहीं आया कि ये गंदे चप्पल जूते किसके हो […] Read more » किंतु पिताजी