गजल खून के कई रिश्ते खून के ही प्यासे हैं….. October 2, 2012 / October 2, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इक़बाल हिंदुस्तानी मुश्किलों में लोगों को खूब आज़माते हैं, जो खरे उतरते हैं दोस्त बन जाते हैं। जैसे छोटे बच्चे हैं कुछ भी जानते ही नहीं, यूं सफ़ाई देते हैं कि रहनुमा लड़ाते हैं। क्या क़लम की ताक़त है तानाशाहों से पूछो, आप बेवजह हमको तोप से डराते हैं । तुम हमारे […] Read more » gazal by iqbal hindustani खून के कई रिश्ते खून के ही प्यासे हैं.....