गजल साहित्य खो गया क्या वत्स मेरा ! June 1, 2016 by गोपाल बघेल 'मधु' | Leave a Comment खो गया क्या वत्स मेरा, विधि के व्यवधान में; आत्म के उत्थान में, या ध्यान के अभियान में ! उत्तरों की चाह में, प्रश्नों की या बौछार में; अनुभवों की अाग में, या भाव के व्यवहार में ! सहजता के शोध में, या अहंकारी मेघ में; व्याप्तता के बोध में, या शून्य के आरोह […] Read more » खो गया क्या वत्स मेरा !