गजल गजल:अनुभूति-श्यामल सुमन July 5, 2012 by श्यामल सुमन | 1 Comment on गजल:अनुभूति-श्यामल सुमन कभी जिन्दगी ने मचलना सिखाया मिली ठोकरें तो सम्भलना सिखाया जीना सम्भलकर कठिन जिन्दगी में उलझ भी गए तो निकलना सिखाया रंगों की महफिल है ये जिन्दगी भी गिरगिट के जैसे बदलना सिखाया सबकी खुशी में खुशी जिन्दगी की खुद की खुशी में बहलना सिखाया बहुत दूर मिल के भी क्यों […] Read more » gazal by shyamal suman गजल:अनुभूति