गजल गजल:पूछो तो भगवान है क्या–श्यामल सुमन July 14, 2012 / July 14, 2012 by श्यामल सुमन | Leave a Comment समझदार की भीड़ सामने एक सुमन नादान है क्या मन्दिर मस्जिद गिरिजाघर में पूछो तो भगवान है क्या पालनहार वही जब सबका मरते भूखे लोग कई बेबस होकर सोच रहा मन ये उनकी सन्तान है क्या दरगाहों में या मन्दिर में लाखों लोग किनारे हैं बड़े लोग का स्वागत ऐसा मालिक का मेहमान […] Read more » gazal by shayamal suman गजल:पूछो तो भगवान है क्या–श्यामल सुमन गजल:श्यामल सुमन
गजल गजल:दीपक-श्यामल सुमन May 28, 2012 / May 26, 2012 by श्यामल सुमन | Leave a Comment जिन्दगी में इश्क का इक सिलसिला चलता रहा लोग कहते रोग है फिर दिल में क्यों पलता रहा आँधियाँ थीं तेज उस पर तेल भी था कम यहाँ बन के दीपक इस जहाँ में अनवरत जलता रहा इस तरह पानी हुआ कम दुनियाँ में, इन्सान में दोपहर के बाद सूरज जिस तरह ढ़लता […] Read more » gazal deepak by Shyamal Suman गजल:दीपक गजल:दीपक-श्यामल सुमन गजल:श्यामल सुमन
गजल गजल:पहलू-श्यामल सुमन May 28, 2012 / May 26, 2012 by श्यामल सुमन | 2 Comments on गजल:पहलू-श्यामल सुमन मुस्कुरा के हाल कहता पर कहानी और है जिन्दगी के फलसफे की तर्जुमानी और है जिन्दगी कहते हैं बचपन से बुढ़ापे का सफर लुत्फ तो हर दौर का है पर जवानी और है हौसला टूटे कभी न स्वप्न भी देखो नया जिन्दगी है इक हकीकत जिन्दगानी और है ख्वाब से हटकर हकीकत […] Read more » gazal by shyamal suman गजल:पहलू गजल:पहलू-श्यामल सुमन गजल:श्यामल सुमन
गजल गजल:इंसानियत-श्यामल सुमन May 27, 2012 / May 26, 2012 by श्यामल सुमन | Leave a Comment इंसानियत ही मज़हब सबको बताते हैं देते हैं दग़ा आकर इनायत जताते हैं उसने जो पूछा हमसे क्या हाल चाल है लाखों हैं बोझ ग़म के पर मुसकुराते हैं मजबूरियों से मेरी उनकी निकल पड़ी लेकर के कुछ न कुछ फिर रस्ता दिखाते हैं खाकर के सूखी रोटी लहू बूँद भर बना […] Read more » gazal by shyamal suman गजल:इंसानियत गजल:इंसानियत-श्यामल सुमन गजल:श्यामल सुमन