कविता जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां September 18, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी जो चाहा कभी पाया नहीं जो पाया कभी चाहा नहीं जो सोचा कभी मिला नहीं जो मिला कभी पाया नहीं जो मिला कभी रास आया नहीं जो रास आया कभी मिला नहीं जो पाया कभी वो सभाला नहीं जो संभाला कभी वो खोया नहीं अजीब सी पहेली ये जिन्दगी काटने से […] Read more » खुशी ग़म जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां
गजल तेरे ग़म के पनाह में अर्से बिते June 5, 2009 / December 27, 2011 by कनिष्क कश्यप | 2 Comments on तेरे ग़म के पनाह में अर्से बिते तेरे ग़म के पनाह में अर्से बिते Read more » Sorrows ग़म