धर्म-अध्यात्म सार्वलौकिक व सार्वकालिक ग्रन्थ है भगवद्गीता December 29, 2011 / December 29, 2011 by पवन कुमार अरविन्द | Leave a Comment पवन कुमार अरविंद रूस की अदालत ने भगवद्गीता के रूसी भाषा में अनूदित संस्करण ‘भगवत् गीता एस इट इज’ पर रोक लगाने और इसके वितरण को अवैध घोषित करने की याचिका 28 दिसम्बर को खारिज कर दी। इसके अनुवादक इस्कान के संस्थापक ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद हैं। इसके प्रकाश में आने के बाद से ही […] Read more » geeta as it is गीता यथारूप