लेख व्यंग्य गोबर दोबारा मानव जाति का अन्नदाता और प्राणदाता बन सकेगा ? March 4, 2024 / March 4, 2024 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment गोबर की आत्मकथा- आत्माराम यादव पीव मैं गोबर हॅू, आज अपनी आत्मकथा सुनाना चाहता हॅॅू। मुझ गोबर के पिता का नाम जठरानलानन्द है और श्रीमती सुरभी अर्थात गाय मेरी माता हैं। मेरे जन्मस्थान का नाम लेने से दिन-भर अन्न-जल के दर्शन न होंगे, इसलिए नहीं बताऊँगा। हाँ, मैं इस बात से पूर्णतः आश्वस्त हॅू कि […] Read more » Will cow dung again become the provider of food and life to mankind? गोबर की आत्मकथा