व्यंग्य हास्य-व्यंग्य-गोरेपन की क्रीम का कहर November 11, 2010 / December 20, 2011 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment -पंडित सुरेश नीरव विनाश काले विपरीत बुद्धि। जी हां, जब सत्यानाश होना होता है तो अच्छे-अच्छे अक्लमंद भी उलट बुद्धि हो जाते हैं। चाहे नर हो या नारी,अधिकीरी हो या भिखारी ऐसे आपत्तिकाल में उनकी अक्ल मौका देखकर पतली गली से घास चरने चली जाती है। ऐसे भीषण विपत्ति के समय में जिनकी बुद्धि घास […] Read more » vyangya क्रीम गोरेपन