व्यंग्य साहित्य चिंतन शिविर June 15, 2016 by विजय कुमार | Leave a Comment सोनिया कांग्रेस के सभी बड़े लोग सिर झुकाए बैठे थे। समझ नहीं आ रहा था कि वे चिन्ता कर रहे हैं या चिंतन; वे उदास हैं या दुखी; वे शोक से ग्रस्त हैं या विषाद से; वे निद्रा में हैं या अर्धनिद्रा में; वे जड़ हैं या चेतन; वे आदमी हैं या इन्सान ? आधा […] Read more » chintan shivir chintan shivir of congress Featured चिंतन शिविर