गजल आज फिर बेटी लूटी है मौत ने उसको छुआ, May 14, 2018 by कुलदीप प्रजापति | Leave a Comment कुलदीप विद्यार्थी 4.गज़ल आज फिर बेटी लूटी है मौत ने उसको छुआ, मुल्क मेरा हो चला जैसे कि, अपराधी कुँआ, जाति के झगड़े कहीं तो हैं कहीं दंगे यहाँ, मुस्कुराते देश को जैसे लगी हो बददुआ, दूर से सब देखने वालों सभी से प्रार्थना, मौत के नजदीक है यह मुल्क सब कीजे दुआ, दंश जिसको […] Read more » चूल्हा जाति झगड़े तब जले दंश बेटी लूटी मिला
महिला-जगत विविधा चूल्हा, चौका तक सीमित नही महिलाएं April 21, 2016 by रवि श्रीवास्तव | Leave a Comment देश में पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर आज कल महिलाएं बड़ी कुशलता से काम कर रही है. घर परिवार को चलाने में बखूबी अपना हाथ बटाती हैं. बदलते दौर में महिलाएं पिछड़े जमाने की तरह घर में रहकर चूल्हा, चौका तक सीमित नही रहना चाहती. पति के जिम्मेदारियों को कम करने के लिए उनका […] Read more » Featured चूल्हा चौका तक सीमित नही महिलाएं