विविधा सच्ची बात कही थी मैंने… October 11, 2011 / December 5, 2011 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | 1 Comment on सच्ची बात कही थी मैंने… लोकेन्द्र सिंह राजपूत उस दिन ग्वालियर की गुलाबी ठंडी शाम थी। वाकया नवंबर २००४ का है। मौका था रूपसिंह स्टेडियम में आयोजित ‘जगजीत नाइट’ का। कार्यक्रम में काफी भीड़ पहुंची थी। मैंने ‘भीड़’ इसलिए लिखा है क्योंकि वे सब गजल रसिक नहीं थे। यह भीड़ गजल के ध्रुवतारे जगजीत सिंह को सुनने के लिए नहीं […] Read more » Jagjeet Singh जगजीत सिंह