राजनीति जनता के पैसे का तबियत से दुरूपयोग करते हैं जनसेवक March 12, 2010 / December 24, 2011 by लिमटी खरे | 1 Comment on जनता के पैसे का तबियत से दुरूपयोग करते हैं जनसेवक आजाद भारत में जनता को दो महत्वपूर्ण अधिकार दिया गया है, एक है वोट देने का, और दूसरा है कर देने का। वोट देकर वह अपना जनसेवक चुनता है और कर देकर उस जनसेवक के भोग विलास के मार्ग प्रशस्त करती है। आज आम आदमी को एक समय खाना खाने के पूरे पैसे न हों […] Read more » Misuse of money जनसेवक पैसों का दुरूपयोग
राजनीति क्या इसीलिए कहलाते हैं ये जनसेवक! February 9, 2010 / December 25, 2011 by लिमटी खरे | 1 Comment on क्या इसीलिए कहलाते हैं ये जनसेवक! अंतिम छोर के आदमी को दो सौ साल लगेंगे बुनियादी सुविधाएं मिलने में तीन दशक पहले माल वाहक वाहनों पर ”लोक वाहक” लिखा होता था, इन अंधी रफ्तार से चलने वाले ट्रक से होने वाली दुर्घटनाओं को देखकर कवि सम्मेलनों में इन्हें ”परलोक वाहक” का नाम दिया गया था। इसी तरह जनता की सेवा करने […] Read more » Politician जनसेवक नेता