कविता जन को-रोना से उबार दे January 22, 2021 / January 22, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकना राजा काना रानी काईश वंदना करता हूंनेता, अफसर, चपरासी काहक उपर से नीचे आएबीच में ना लटक जाएभ्रष्टाचार संहार दे! ना सस्ती काना महंगी काईश वंदना करता हूंमाल गोदाम तलाशी काखेत में पानी,जन को रोटीनकद में, उधार मेंअपना एक बाजार दे! ना तुलसी छंदना मुक्तक काईश वंदना करता हूंकबीरा की उलटबासी कानिराला […] Read more » जन को-रोना से उबार दे