महत्वपूर्ण लेख विविधा तमिल और संस्कृत का अंतःसंबंध – वर्तमान के परिप्रेक्ष्य में October 29, 2012 / October 29, 2012 by डॉ. प्रतिभा सक्सेना | 5 Comments on तमिल और संस्कृत का अंतःसंबंध – वर्तमान के परिप्रेक्ष्य में डॉ. प्रतिभा सक्सेना तमिल भाषा के प्रथम व्याकरण की रचना वैदिक काल के अगस्त्य मुनि ने की थी, जो उन्हीं के नाम से अगस्त्य व्याकरण जाना गया। तमिल में उनका नाम अगन्तियम है। अगन्तियम में तमिल के 3 भाग दिए गए हैं। प्रथम है इयल अर्थात् पाठ साहित्य, दूसरा इसै अर्थात गेय साहित्य और तीसरा […] Read more » तमिल और संस्कृत