कविता तुम प्यार करते हो शर्तों में March 22, 2021 / March 22, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमैं उन्मादी हूंअत्यधिक प्रेम करनेवाला प्रेमीमैं अनुरागी हूंपागलपन की हद से गुजरकरप्यार करनेवालामैं सनकी हूं अक्सरा सनक जाता हूंकि मैं प्यार करता हूंउन्मादित, अनुरागित,पागलपन की हद से गुजरकरऔर प्रतिउत्तर में पाता हूंतुम्हें हाथ में पैमाना लिए हुएकि तुम्हारे प्यार में हदबंदी हैकि तुम प्यार करते हो शर्तों मेंकि तुम्हारे हाथ में तुला हैकि […] Read more » तुम प्यार करते हो शर्तों में